Samjhaa nahi kyon | समझा नहीं क्यू समझा नहीं क्यों किसी ने हमको ? या समझा नही है हमने उन�... sanjay sathi
Maazra kuchh aur hota | माज़रा कुछ और होता अरे भाई खुदा तो मिलता है खुदाई में फिर क्या रक्खा म�... sanjay sathi