Latest Shayaries
FITRAT / फ़ितरत
गर तू जमाने से जज करती है मुझको तो चला जा मगर समझती है तू मेरी फितरत तो फिर आजा �...
मुक़द्दर / Muqadar
हालात जब भी मुश्किलों से भरा था सबने अपना – अपना रुख बदल लिया जलते रहे त�...
वक़्त / Waqt
हमने मांगा था वक़्त उसे फुर्सत में उसने याद किया हमें रुखसत में कैसे कहें जमाने को अल्फ़...
Prajaa
विचारों की दरिया बहा अंदर तूफानों को उठा बनके समंदर कूव्यवस्था बदल बनके बवंडर सुहा�...
Kafas
अपनी गहराई में उतरके खुदका झूला झूल हर फूल की खुशबु अलग है ये मत भूल सब फूल हर मौसम...
Jahmat / जहमत
जो प्यादे थे कल शह पाके आज वजीर बन गए ताउम्र जख़्म दी औरों को वो आज पीर बन गए। शह देने व�...
Khudko khojna / खुदको खोजना
खुदको खोजना सबसे बड़ी है योजना क्या सुख, क्या वेदना ठहर के सोचना । खुद से अनजान को न मि�...
Apni – apni rah / अपनी – अपनी राह
कल यहीं पांव चलेंगे भविष्य का मार्ग गढ़ेंगे………… आज ये जो कलियां हैं कल यही फ�...
Rah – E – Dahar / राह ए – ए- दहर
देख रहा हूं या हमें कोई दिखा रहा है खुद से समझा या कोई समझा रहा है सुन रहा खुदको या कोई...
Tairak / तैराक
संग थे, उमंग थे वर्षों के जंग थे हास -उपहास के दृग अविश्वास के…….. नए – नए राह थे स�...
Anvarat / अनवरत
ऊंचा लंबा चढ़ान नहीं आसान लेता रहा हौसलों का इम्तिहान…… राह ताके अटा घन घोर अंधेरा च�...
Vajah | वजह
गर ढूंढू मैं वजह तुमसे बात करने के लिए फिर किसके पास जाऊं झोली भरने के लिए जो हंथेली पे...
Maa | मां
उससे अच्छी नहीं मिलती किसी से, बुरे वक्त में जब नसीहत की बात आती है, वो मां है; मासूमियत मे�...
Wafa | वफ़ा
हम दिल बिछा कर रख देते; खिदमत में तुम्हारी, हर खुशी लिख देते अपनी; किस्मत में तुम्हारी, बद�...
Deedar | दीदार
सब धुंधला लगता है बस तू दिखती है; तेरे आने के बाद, सबके होते हुए भी तन्हाई सी लगती है; तेरे �...
Qaafir | काफ़िर
हद से ज़्यादा पागल हम तो; तेरे खातिर हो गए, अब ये इश्क़ मज़हब, तू खुदा; बाकी सारे काफ़िर हो �...
Asar | असर
*न छोड़ी मैंने तेरे इश्क़ में; कभी कोई कसर ज़रा भी, पल-पल तेरा इंतज़ार करके भी; न थकी ये नज़र ज़रा भ...