उतार – चढ़ाव उतार
यही है जीवन की धार
संभावनाएं हैं कई अपार
तू बैठ ना थक हार
बना अपना जनाधार
मिलेगा जीवन का सार
उतार – चढ़ाव उतार
यही है जीवन की धार
कहीं – कहीं कई मोड़
कुछ नया जोड़ – तोड़
होता है जीवन में होड़
तू बैठ ना थक हार
हार – जीत हो त्यौहार
पूरा कर जीवन दौड़
उतार – चढ़ाव उतार
यही है जीवन की धार
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