तेरी हंसी एक दवा है
कहने लगी ये हवा है
जाने ना तूने मुझे कैसे
और कितना छुआ है ?
कैसे कहूं तुझे यारा ?
मुझको क्या हुआ है ?
लबों पे मेरे बस ये दुआ है
बातें करने लगी हर रंग है
हर तरफ उमंग ही उमंग है
उड़ रहा आसमाँ में
मन मेरा हुआ पतंग है
तेरी आँखों ने मुझको उड़ाया
जमीं से आसमाँ पहुचाया
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