सच की सीढ़ी
चढ़ने में लग गए
कई पीढ़ी
सूचना- सूचना
हर तरफ सूचना
कहते हैं
सूचना का है युग
इसीलिए सूचना – सूचना
क्या है यह सूचना
मत पूछना
सूचना – सूचना
सूचनाओं का जाल
उसी का कमाल
सूचना जिसके पास
वही मालामाल
ना सूर ना ताल
सूचनाओं का जाल
उतारते सभी
बाल की खाल
हाल बेहाल
सुना है मशीन
हां भाई मशीन बोलेंगे
कई राज खोलेंगे
आदमी अब
काम का नहीं रहा
मशीन भी यही बोल रहा
भरोसा किसका
सच का …..
झूठ का……
लूट का……
चारों तरफ है
सूचना – सूचना
कौन असल ?
कौन नकल ?
काम तमाम उसका
जो समझने से चुकता
अति अनुरूपता
अब ना होती सैर सपाटा
सबको चाहिए डाटा
सूचना – सूचना
Comment