चल रहा हो जब दहशत का दौर
हो धीर वीर करना सब कुछ गौर
वक्त है सुनहरा होने का सिरमौर
बदलो अपने सभी रंग-ढंग, तौर ।
हो एकाग्रचित सुमिरो ज्ञान ध्यान
सभी बात का लेते रहना संज्ञान
सज्ज हो कर्तव्य पथ पे बलिदान
बलिदान से होता जीवन महान ।
संघर्ष से जीवन जगत में उत्कर्ष
करते रहना विचार और विमर्श
समझो जीवन को एक प्रसाद
बढ़ते रहना हर्ष हो या विषाद ।
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