हम दिल बिछा कर रख देते; खिदमत में तुम्हारी,
हर खुशी लिख देते अपनी; किस्मत में तुम्हारी,
बदले में चाहत हमने; सिर्फ़ वफ़ा कि ही तो की थी,
पर वो वफ़ा ही नहीं थी; फितरत में तुम्हारी…
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Literature ShayariSeptember 19, 2022
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