जड़ें नही इसकी पर है सब जकड़ा
जुगाड़ है इसका बड़ा ही तगड़ा
जिसपे जीता उसी का करता शोषण
स्वयं नही करता कभी खुदका पोषण
स्वार्थ चाटुकारिता इसके आभूषण।
समाज के हर क्षेत्र पे है मौजूद
दूसरों का सदा छींन लेते वजूद
इनका मिशन है लेना कमीशन
नही होते कभी ये हाईलाइट
सभी जानते हैं ये हैं पैरासाइट ।
मुश्किल है इनसे करना फाइट
फ्यूचर होगा हमारा कैसे ब्राइट
कौन करेगा सिस्टम को टाइट
अमरबेल खेल खेलता आ रहा
सिस्टम के नस नस में फैल रहा।
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