कल्पनाओं में आ हकीकत को मिलके हम दोनों ढूंढें
खो जाएं सपनों की दुनिया में
ये सारा जहां है, ये किसी की कल्पनाएं
कल्पनाओं में आ ……..
आओ आंखों से देखें, देखके कुछ सीखें
करके कुछ नया हरदम, हकीकत को परखें
सीखें और सिखाएं ,सदा हम मुस्कुराए
कल्पनाओं में आ ……….
कल्पनाओं से हमने सब कुछ है बनाया
सच को खोजा , ख्यालों में खोके कहीं
तसव्वुर से संवारा है, हमने ये दुनियां
कल्पनाओं में आ ………..
जिंदगी क्या है ? जीना है कैसे ?
सबको प्रेम से हम जी कर बताएं
अंधियारी डगर में , मुश्किल सफर में
आशाओं के दीपक सदा हम जलाये
कल्पनाओं में आ……….
जिंदगी है कल्पना , कल्पना है जिंदगी
आओ मिलकबकरते हैं जिंदगी की बंदगी
बंदिशों को तोड़े नया कुछ जोड़ें
करके कुछ नया हरदम तजुर्बा बढ़ाएं
कल्पनाओं में आ ……….
कितने साँचे बनाये हमने, खुदको ढाला उसमें
इरादों को भी है हमने, मुश्किल से पाला इसमें
ख़यालों में राहें पाई , जीवन है मुस्कुराई
अंदाज है अपना अपना, जिंदगी है एक सपना
कल्पनाओं में आ ………
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