हे परम तत्व हे परमात्मा
हे परम तत्व हे परमात्मा
तुमही आत्मा सब में जीवन हो
तुम हो सृष्टि तुम हो दृष्टि
तुमही भव सागर के बंधन हो
सबके हो भाग्य विधाता तुम
मुक्ति के भी हो तुम दाता
तुमही आदि भी हो अनंत भी हो
हम सबमे परम अंश भी हो
हे परम तत्व हे…….
हो पंच महाभूतों की शक्ति
जीवन की भी हो अभिव्यक्ति
हर रंग में हो हर रूप में हो
सूरज की चमकती धूप में हो
हे परम तत्व हे………
अग्नि की प्रचंड तेज भी हो
हो जल की तुम शीतलता
वायु में भी प्राण भरे तुमने
तुम ही हो धरा की उर्वरता
आकाश की हो अनन्त सीमायें
विद्यमान अंतस में बन ध्वनियाँ
शब्दों में ओंकार हो तुम
सारि सृष्टि के आधार हो तुम
हे परम तत्व हे……..
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