जलाई ज्ञान की ज्योति बहाई प्रेम की गंगा
बनाया हमको उन्होंने है हीरा और मोती ।
हैं वो ऐसी महान विभूति नमन करता है जग सारा ।
सिखाया जग में है हमको खेलना कैसे ?
बताया मुसीबतों का करना सामना कैसे?
नहीं दूजा कोई उनसा जग में है यहां कोई ?
गुरुवर हैं हमारे ऐसे नमन करता है जग सारा ।
जलाई ज्ञान की ज्योति बहाई प्रेम की गंगा ।
बनके प्रेरणा हमारी तो सदा है उन्होंने मुस्काया
कभी सोचा नहीं जग में क्या खोया है क्या पाया ?
गलतियां हम जो करते हैं सदा हमको है सिखलाया
इन गलतियों से तुम सीखो सफलता को है दिखलाया ।
बनो तुम साहसी जग में रहो बनके सदा निडर
करो काम ऐसा जग में कह लाओ तुम लीडर
मन में शांति और ज्वाला हृदय में प्रेम को पाला
पिया जग के सबके उन्होंने मन की हाला ।
गुरुवार है हमारे ऐसे ही नमन करता है जग सारा ।
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