बातों से बातें हैं बनती
बात बढ़ाने से बात बिगड जाती
बातें तो बातें हैं आखिर
बातों से है दुनियां चलती ।
कुछ शब्द बोलें
दिल को खोलें
आंखों ही आंखों में आखिर
एक दूजे को हम टटोले ।
बातें करो, बातें करो
आंखों से, ईशारों से
तन से, मन से ,भावों से
होठों से हम कुछ तो बोलें ।
हो मुश्किल कितनी भी हालातें
थोड़ी सी दिल से मुस्कुरादो
बातें करो, बातें करो
हंसी से, मुस्कानों से हम बोलें ।
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