उठ काम करने खड़े होजा
छोटे छोटे से तू बड़े होजा ।
देख सूरज रोज कैसे उगता है
सब जीवों में जान फूंकता है ।
है तज्जलियों का तू पुंज
परम् बीज है जीवन कुंज ।
अंतस – अग्नि में दे आहूती
कर्म कर बन महान विभूति ।
लगे सबको जीवन- जीवंत
बने कर्म उदाहरण ज्वलंत ।
समस्याओं को बड़ा न कर
उससे तू सदा बड़ा होता जा ।
तू कठिनाइयों को बना सीढ़ी
अवसरों का आसमान चढ़ जा ।
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