Shayari

FITRAT / फ़ितरत

गर तू जमाने से जज करती है मुझको तो चला जा मगर  समझती  है...

वक़्त / Waqt

हमने मांगा था वक़्त उसे फुर्सत में उसने याद  किया  हमें...

Prajaa

विचारों  की  दरिया  बहा अंदर तूफानों को उठा  बनके समंद...

Kafas

अपनी गहराई में उतरके खुदका झूला झूल हर  फूल की  खुशबु  ...

Jahmat / जहमत

जो प्यादे थे कल शह पाके आज वजीर बन गए ताउम्र जख़्म दी औ�...

Tairak / तैराक

संग थे,  उमंग थे  वर्षों  के  जंग थे  हास -उपहास के  दृग अ...
man walking on brown grass field

Vajah | वजह

गर ढूंढू मैं वजह तुमसे बात करने के लिए फिर किसके पास ज�...
woman kiss a baby while taking picture

Maa | मां

उससे अच्छी नहीं मिलती किसी से, बुरे वक्त में जब नसीहत �...
woman touch rainy glass

Wafa | वफ़ा

हम दिल बिछा कर रख देते; खिदमत में तुम्हारी, हर खुशी लिख ...
woman blowing sprinkle in her hand

Asar | असर

*न छोड़ी मैंने तेरे इश्क़ में; कभी कोई कसर ज़रा भी, पल-पल ते�...