रंगमंच के हम किरदार
निभाएं रोल असरदार
खुद ही समझे खुद को
असरदार हो या बेकार ।
नियति ने जो दी भूमिका
स्वीकार करके रमजाना
गर आत्मा को न स्वीकार
नियति को भी ललकार ।
खोज अपने सपनों का किरदार
गढ़ नया राह कर नवाचार
दे जगत को नया विचारधारा
खोज कर सदा जीवन का सार ।
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